8 वर्ष से छोटे बच्चों को आहार दिखाना भी नहीं चाहिये ।
मुनिराज को खाते देखकर उनका भी मन मचलेगा, न मिलने पर दुर्भाव आयेंगे । बच्चे की माँ को उसके मन को संतुष्ट करना चाहिये ।
मुनि श्री सुधासागर जी
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उपरोक्त कथन सत्य है कि 8 वर्ष से छोटे बच्चे को अभिषेक एवं आहार देने की पात्रता नहीं होती है। जहां तक अभिषेक की बात है,वह देख सकता है लेकिन आहार देखने में उसका मन मचलेगा, यदि नहीं मिलने पर उसमें दुर्भाव आने की संभावना रहती है। अतः बच्चे की माता को सन्तुष्ट करने का प्रयास करना आवश्यक है ताकि आहार में अंतराय न आवे एवं बच्चे में बुरे भाव न आ सके।
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उपरोक्त कथन सत्य है कि 8 वर्ष से छोटे बच्चे को अभिषेक एवं आहार देने की पात्रता नहीं होती है। जहां तक अभिषेक की बात है,वह देख सकता है लेकिन आहार देखने में उसका मन मचलेगा, यदि नहीं मिलने पर उसमें दुर्भाव आने की संभावना रहती है। अतः बच्चे की माता को सन्तुष्ट करने का प्रयास करना आवश्यक है ताकि आहार में अंतराय न आवे एवं बच्चे में बुरे भाव न आ सके।