परिंदे शुक्रगुज़ार हैं, पतझड़ के,
तिनके कहाँ से लाते, यदि सदा बहार रहती ।
यश जैन – बड़वानी
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जिन्दगी में मनुष्य हो या पशु पक्षी सभी के लिए बुरा समय आता है लेकिन जो धैर्य से समय निकालते हैं,वही जीवन में सफल होते हैं। अतः पतझड़ के समय परिंदे शुक्रगुजार हैं कि वह तिनके कहां से लाते । जीवन में जो बुरे समय को धैर्य पूवर्क निकालते हैं,वही सदाबहार रहते हैं।
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जिन्दगी में मनुष्य हो या पशु पक्षी सभी के लिए बुरा समय आता है लेकिन जो धैर्य से समय निकालते हैं,वही जीवन में सफल होते हैं। अतः पतझड़ के समय परिंदे शुक्रगुजार हैं कि वह तिनके कहां से लाते । जीवन में जो बुरे समय को धैर्य पूवर्क निकालते हैं,वही सदाबहार रहते हैं।