भक्ति का साधारण फल …
साधारण-जनों को स्वयं तथा परिवारजनों/भोगियों को सुख एवं राग होगा ।
भक्ति का विशेष फल…
सम्यग्दृष्टियों को शाश्वत-सुख मिलेगा ।
मुनि श्री अविचलसागर जी
Share this on...
One Response
भक्ति का मतलब अरहॅन्त आदि के गुणों में अनुराग रखना होता है। अतः उक्त कथन सत्य है कि भक्ति का साधारण फल तो साधारण जनों को स्वयं तथा परिवारजनों एवं भोगियों को सुख एवं राग होगा लेकिन भक्ति का विशेष फल सिर्फ सम्यग्द्वष्टियों को शाश्वत सुख मिलेगा।
One Response
भक्ति का मतलब अरहॅन्त आदि के गुणों में अनुराग रखना होता है। अतः उक्त कथन सत्य है कि भक्ति का साधारण फल तो साधारण जनों को स्वयं तथा परिवारजनों एवं भोगियों को सुख एवं राग होगा लेकिन भक्ति का विशेष फल सिर्फ सम्यग्द्वष्टियों को शाश्वत सुख मिलेगा।