भगवान / कर्म
भगवान को कर्ता मानने वाले कहते हैं – “ऊपर वाला पांसा फेंके, नीचे चलते दांव”,
कर्मों पर विश्वासी कहते हैं – “अंदर वाला पांसा फेंके, बाहर चलते दांव ।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
भगवान को कर्ता मानने वाले कहते हैं – “ऊपर वाला पांसा फेंके, नीचे चलते दांव”,
कर्मों पर विश्वासी कहते हैं – “अंदर वाला पांसा फेंके, बाहर चलते दांव ।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
4 Responses
उपरोक्त कथन सत्य है कि भगवान् को कर्ता मानने से ऊपर से जो हो रहा है,उसी को मानते हैं, जबकि जो कर्मों पर विश्वास करते हैं,वही अंतरंग में अपने जीवन का कल्याण करने में समर्थ हो सकते हैं।
“Andar” aur “Bahar” waale ka kya tatparya hai?
अंदर वाला = कर्मोदय
बाहर वाला = हमारे action.
Okay.