मन
मन को इंद्रिय क्यों नहीं, अनिंद्रिय क्यों कहा है ?
मन इंद्रिय – धर्म वाला नहीं है ।
मन का विषय अनियत है,
सिर्फ निमित्त होने से, कोई इंद्रिय नहीं होता क्योंकि बुद्धि भी निमित्त है पर यह आत्मा का परिणाम होने से, इंद्रिय तथा अनिंद्रिय का फल है ।
तत्वार्थ सुत्र टीका – पं. श्री कैलाशचंद्र जी