मिथ्यात्व से आरोहण

मोहनीय कर्म की 28 प्रकृतियों की सत्व वाला सादि मिथ्यादृष्टि मिथ्यात्व से 3, 4, 5, व 7 गुणस्थान को जा सकता है,
पर अनादि मिथ्यादृष्टि तथा 26, 27 प्रकृतियों वाला 3 गुणस्थान में नहीं जा सकता ।

रतनचंद्र मुख्त्यार व्य. कृ. 1/101

(इनको ऊपर जाने के लिये बहुत जोर लगाना पड़ेगा सो Jump मारते हैं )

चिंतन

Share this on...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives

September 2, 2017

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930