आचार्य श्री विधासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि मोक्ष मार्ग के लिए मन को ठन्डे बस्ते में रखना ही आवश्यक है! मोक्ष मार्ग के लिए धर्म से जुडकर मुनि बनना आवश्यक है ताकि उस रास्ते पर चलकर मोक्ष प़ाप्ति होना संम्भव है! Reply
4 Responses
आचार्य श्री विधासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि मोक्ष मार्ग के लिए मन को ठन्डे बस्ते में रखना ही आवश्यक है! मोक्ष मार्ग के लिए धर्म से जुडकर मुनि बनना आवश्यक है ताकि उस रास्ते पर चलकर मोक्ष प़ाप्ति होना संम्भव है!
‘ठंडे बस्ते’ ka kya symbolic meaning hai, please ?
Activities/ Desires ठंडी/ शांत/ कम होते होते समाप्त हो जायें।
Okay.