योग का मतलब मन वचन काय के द्वारा होने वाले आत्मप़देशों में परिस्पंदन होता है। प़वृति का मतलब मात्र प़योग किया है। अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि योग यानी प़वृति और उपयोग यानी वृत्ति। Reply
One Response
योग का मतलब मन वचन काय के द्वारा होने वाले आत्मप़देशों में परिस्पंदन होता है। प़वृति का मतलब मात्र प़योग किया है। अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि योग यानी प़वृति और उपयोग यानी वृत्ति।