सूरज नित्य लौटता है इसलिये नित्य पूर्ण तेजस्विता/ सुंदरता से फिर-फिर आता है।
अभिमन्यु लौटना नहीं जानता था/ लौट नहीं पाया, सो अंत को प्राप्त हुआ।
क्या हम लौटना चाहते/ जानते हैं !
(एन.सी.जैन- नोएडा)
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4 Responses
आ अब लौट चलें का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में धर्म धारण करके यह जानना आवश्यक है कि क्या हम लोग लौटा सकते हैं या जानते नहीं है!
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आ अब लौट चलें का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में धर्म धारण करके यह जानना आवश्यक है कि क्या हम लोग लौटा सकते हैं या जानते नहीं है!
Yahan par ‘lautnen’ ka kya meaning hai, please ?
Apane swabhav mai.
Okay.