व्यवसाय / धर्म
व्यवसाय (Profession) –> जीवन चलाने को (परम्परा निभाने)*
धर्म –> जीव को चलाने।
*जे कम्मे सूरा, ते धम्मे सूरा।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
व्यवसाय (Profession) –> जीवन चलाने को (परम्परा निभाने)*
धर्म –> जीव को चलाने।
*जे कम्मे सूरा, ते धम्मे सूरा।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
One Response
मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज जी ने व्यवसाय एवं धर्म की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है । अतः सर्व प़थम धर्म से जुडकर व्यवसाय करना परम आवश्यक है।