केवली… चार घातिया कर्मों के क्षय से होने के कारण केवल ज्ञान मिलता है, गुणस्थान… मोह और योग के माध्यम से जीव के परिणामों में उतार चढ़ाव होते रहना । उपरोक्त कथन सत्य है कि श्रुतकेवली छह से बारह गुणस्थानवर्ती होते हैं। Reply
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केवली… चार घातिया कर्मों के क्षय से होने के कारण केवल ज्ञान मिलता है,
गुणस्थान… मोह और योग के माध्यम से जीव के परिणामों में उतार चढ़ाव होते रहना । उपरोक्त कथन सत्य है कि श्रुतकेवली छह से बारह गुणस्थानवर्ती होते हैं।