संगति
पानी अग्नि के सम्पर्क से गर्म तो हो जाता है, पर स्वाद आदि गुण नहीं बदलते हैं।
जुआरी की संगति से युधिष्ठर जुए में सब कुछ हारे पर अन्य गुण प्रभावित नहीं हुए।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
पानी अग्नि के सम्पर्क से गर्म तो हो जाता है, पर स्वाद आदि गुण नहीं बदलते हैं।
जुआरी की संगति से युधिष्ठर जुए में सब कुछ हारे पर अन्य गुण प्रभावित नहीं हुए।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
One Response
आचार्य श्री विद्यासागर सागर महाराज जी ने संगति का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में दूध एवं पानी के मिश्रण की तरह होना चाहिए ताकि सही संगति हो सकती है।