संत

दूसरों पर संकट आये, ताप से पिघलते हैं,
अपने पर आये, तप से पकते हैं ।

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8 Responses

  1. यह कथन सही है… संत का तप अपना कल्याण कराता है और दूसरों को कल्याण का मार्गदर्शन​ कराता है ।

    1. पहले (ताप) में गर्माहट है,
      दूसरे (तप) में गर्माहट हो भी या ना भी ।

    1. Heat,
      दूसरों पर मुसीबत आती है तो बेचैनी/tension में परेशान/गरम हो जाते हैं ।

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