जुगुनू तब तक ही चमकता रहता है जब तक वह उड़ता रहता है/सक्रिय रहता है।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
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उपरोक्त कथन सत्य है कि जीवन में सक्रियता होना परम आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है। जीवन में जब तक मृत्यु नहीं आती है,तब तक जीवन के लौकिक अथवा परमार्थ क्षेत्र में हमेशा सक्रिय होना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
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उपरोक्त कथन सत्य है कि जीवन में सक्रियता होना परम आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है। जीवन में जब तक मृत्यु नहीं आती है,तब तक जीवन के लौकिक अथवा परमार्थ क्षेत्र में हमेशा सक्रिय होना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।