सीख़
कक्षा में एक बच्चे की घड़ी चोरी हो गयी । शिक्षक ने सब बच्चों की जेबें टटोलीं पर उससे पहले सब बच्चों की आंखें बंद रखने का आदेश दिया ।
एक बच्चे की जेब में घड़ी मिल गयी पर शिक्षक ने उस बच्चे को डाटा नहीं/ ना ही उसका नाम किसी को बताया ।
बड़े होने पर उस छात्र ने अपने शिक्षक से पूछा, तो जबाब था –
” उस घटना के लिए मैनें भी अपनी आंखें बंद कर ली थीं ”
अपनी इज्जत बची देखकर, वह बच्चा भी बदल गया और बहुत बड़ा शिक्षक बन कर, उसी ने यह संस्मरण सुनाया ।
(डॉ.पी.एन.जैन)
One Response
जीवन में अपनी गल्तियों से सीख लेना परम आवश्यक है ताकि गल्तियो से भी जीवन में बहुत सुधार हो सके ।
अतः उक्त उदाहरण बिल्कुल सत्य है।