स्वभाव
शरीरों के स्वभाव अलग अलग –
मिट्टी व जल स्वभाव वाले एकमेव,
धातु लकड़ी को -काटेगी, अग्नि लकड़ी को -जलायेगी, विपरीत स्वभाव वाले ।
इसलिये किसी को सोने की माला लाभदायक, दूसरे को नुकसानदायक ।
मुनि श्री सुधासागर जी
शरीरों के स्वभाव अलग अलग –
मिट्टी व जल स्वभाव वाले एकमेव,
धातु लकड़ी को -काटेगी, अग्नि लकड़ी को -जलायेगी, विपरीत स्वभाव वाले ।
इसलिये किसी को सोने की माला लाभदायक, दूसरे को नुकसानदायक ।
मुनि श्री सुधासागर जी
One Response
स्वभाव का मतलब वस्तु का असाधारण और शाश्वत धर्म ही उसका स्वभाव कहलाता है। जैसे जीव का स्वभाव चेतन या जानना देखना है। अतः उक्त कथन सत्य है कि शरीरों का स्वभाव अलग अलग होता है लेकिन किसी वस्तु का स्वभाव एकमेव और विपरीत होते हैं। अतः यह समझना चाहिए कि किसी को लाभदायक या नुकसानदायक हो सकता है लेकिन चिंता में नहीं रहना चाहिए ताकि दुःखी न हो सको।