स्वभाव बदल नहीं सकता, मगर उसके निखार एवम् मलिनता में, परिवर्तन लाया जा सकता है ।यह संभव होगा, जब धर्म से जुडकर पुरुषार्थ करेंगे । Reply
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स्वभाव बदल नहीं सकता, मगर उसके निखार एवम् मलिनता में, परिवर्तन लाया जा सकता है ।यह संभव होगा, जब धर्म से जुडकर पुरुषार्थ करेंगे ।