जीवन में समानभूति के बिना स्वानुभूति नहीं आ सकती है।
मुनि श्री प्रमाणसागर जी
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4 Responses
मुनि श्री प़माणसागर महाराज जी का कथन सत्य है कि जीवन में समानभूति के बिना स्वानुभूति नहीं आ सकती है! अतः जीवन में सभी जीवों को समानुभूति का अनिवार्य पालन करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है !
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मुनि श्री प़माणसागर महाराज जी का कथन सत्य है कि जीवन में समानभूति के बिना स्वानुभूति नहीं आ सकती है! अतः जीवन में सभी जीवों को समानुभूति का अनिवार्य पालन करना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है !
‘समानभूति’ ka kya meaning hai, please ?
सब जीवों में समानता का भाव।
Okay.