आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने हर्ष एवं संघर्ष को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए संघर्ष से बचना परम आवश्यक है। Reply
यह तो मान्यता होगी कि संघर्ष के लिए दो होना जरूरी है। द्रव्य रूप से या भाव रूप से अकेला हर्ष में रह सकता है। Reply
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आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने हर्ष एवं संघर्ष को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए संघर्ष से बचना परम आवश्यक है।
Iska symbolic meaning explain karenge, please ?
यह तो मान्यता होगी कि संघर्ष के लिए दो होना जरूरी है।
द्रव्य रूप से या भाव रूप से अकेला हर्ष में रह सकता है।
Okay.