मृत्यु
जिसकी आने की तिथि निश्चित न हो,
ऐसे महमान के आने पर आप घबराते हैं, दुखी होते हैं या उनका स्वागत करते हैं ?
मृत्यु भी तो अतिथि है, उसका स्वागत क्यों नहीं करते ??
चिंतन
जिसकी आने की तिथि निश्चित न हो,
ऐसे महमान के आने पर आप घबराते हैं, दुखी होते हैं या उनका स्वागत करते हैं ?
मृत्यु भी तो अतिथि है, उसका स्वागत क्यों नहीं करते ??
चिंतन