एक समय की स्थिति का निवर्तक ईर्यापथ कर्मबंध अनुभाग सहित है ही। इसी कारण से ईर्यापथ कर्म स्थिति और अनुभाग की अपेक्षा अल्प है।
एस.के.जैन (श्री धवला पु.13, पृ.49), (जैन गजट- 16.4.64)
ईर्यापथ आस्वव को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।
Can meaning of the 1st line be explained in detail, please ?
ईर्यापथ कर्मबंध में अल्प अनुभाग तथा स्थिति ( एक समय) ही रहती है।
‘ईर्यापथ कर्मबंध’ ka kya meaning hai, please ?
कषायों के उदय/ सत्ता समाप्त होने बाद के आस्रव को ईर्यापथ आस्रव कहते हैं।
Okay.
‘निवर्तक’ ka kya meaning hai, please ?
“लौटाने वाला” कर्म आये और लौटा दिये। कमल कांत
It is now clear to me.
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9 Responses
ईर्यापथ आस्वव को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।
Can meaning of the 1st line be explained in detail, please ?
ईर्यापथ कर्मबंध में अल्प अनुभाग तथा स्थिति ( एक समय) ही रहती है।
‘ईर्यापथ कर्मबंध’ ka kya meaning hai, please ?
कषायों के उदय/ सत्ता समाप्त होने बाद के आस्रव को ईर्यापथ आस्रव कहते हैं।
Okay.
‘निवर्तक’ ka kya meaning hai, please ?
“लौटाने वाला”
कर्म आये और लौटा दिये।
कमल कांत
It is now clear to me.