क्षमा

अपने प्रयास हों कि किसी से कलह ना हो, यदि हो तो तत्काल उसका निवारण कर दें ।
उसे वैर में परिणत ना होने दें ।
ये गृहस्थ की उत्तम क्षमा है ।

श्री कल्पेश भाई

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