जिनवाणी और संतोष
भगवान की वाणी का अमृतपान करके भी जीवन में संतोष क्यों नहीं आ रहा है ?
अमृत पीने से संतोष आये ही, ऐसा नियम नहीं है पर अमृत पीने के बाद गंदा पानी नहीं पिया जायेगा, ऐसा नियम निश्चित है ।
मुनि श्री सुधासागर जी
भगवान की वाणी का अमृतपान करके भी जीवन में संतोष क्यों नहीं आ रहा है ?
अमृत पीने से संतोष आये ही, ऐसा नियम नहीं है पर अमृत पीने के बाद गंदा पानी नहीं पिया जायेगा, ऐसा नियम निश्चित है ।
मुनि श्री सुधासागर जी