धर्म शुरु होगा… दया से,
सम्यग्दर्शन… विश्वास से।
तो भगवान की वाणी पर विश्वास करने से दया, धर्म तथा सम्यग्दर्शन सब आ जायेगा।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
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मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कि जिनवाणी पर विश्वास करना चाहिए, इससे धर्म शुरू होगा(दया से), जबकि सम्यग्दर्शन होगा विश्वास से! अतः भगवान की वाणी पर विश्वास करने से दया, धर्म तथा सम्यग्दर्शन सब आ जावेगा! अतः जीवन में कल्याण के लिए सभी जीव को जिनवाणी पर अटूट विश्वास रखना चाहिए!
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मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कि जिनवाणी पर विश्वास करना चाहिए, इससे धर्म शुरू होगा(दया से), जबकि सम्यग्दर्शन होगा विश्वास से! अतः भगवान की वाणी पर विश्वास करने से दया, धर्म तथा सम्यग्दर्शन सब आ जावेगा! अतः जीवन में कल्याण के लिए सभी जीव को जिनवाणी पर अटूट विश्वास रखना चाहिए!