ठोकर
संसार में सारी चीज़ ठोकर लगने से टूट सकती हैं,
मगर सिर्फ़ इंसान ही ऐसा है जो ठोकर लगने के बाद बनता है ।
(श्री मनीष – ग्वालियर)
संसार में सारी चीज़ ठोकर लगने से टूट सकती हैं,
मगर सिर्फ़ इंसान ही ऐसा है जो ठोकर लगने के बाद बनता है ।
(श्री मनीष – ग्वालियर)