दर्शन/ज्ञान
दर्शन – अनाकार आलोकन : जैसे जन्म के समय बच्चे को होता है ।
ज्ञान – दर्शन के दो, तीन समय के बाद में,
——-अंगोपांग नामकर्म के सहारे से होता है ।
दर्शन – अनाकार आलोकन : जैसे जन्म के समय बच्चे को होता है ।
ज्ञान – दर्शन के दो, तीन समय के बाद में,
——-अंगोपांग नामकर्म के सहारे से होता है ।