शेर अधिक से अधिक 5वें नरक तक जा सकता है, जब कि मनुष्य 7वें तक ।
कारण ?
शेर सिर्फ द्रव्य हिंसा करता है जबकि मनुष्य द्रव्य और भाव हिंसा दोनों करता है ।
मुनि श्री सुधासागर जी
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नरक का मतलब जो जीवों को शीत ऊष्ण आदि वेदनाओं से निरंतर आकुलित करते रहते हैं अथवा पापी जीवों को अत्यंत दुख प्राप्त करने वाला होता है।
अतः उक्त कथन सत्य है कि शेर अधिक से अधिक 5 वें नरक तक जा सकता है जबकि मनुष्य 7 वें तक जाता है,इसका मुख्य कारण कि शेर सिर्फ द़व्य हिंसा करता है जबकि मनुष्य द़व्य और भाव हिंसा दोनों करता है।
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नरक का मतलब जो जीवों को शीत ऊष्ण आदि वेदनाओं से निरंतर आकुलित करते रहते हैं अथवा पापी जीवों को अत्यंत दुख प्राप्त करने वाला होता है।
अतः उक्त कथन सत्य है कि शेर अधिक से अधिक 5 वें नरक तक जा सकता है जबकि मनुष्य 7 वें तक जाता है,इसका मुख्य कारण कि शेर सिर्फ द़व्य हिंसा करता है जबकि मनुष्य द़व्य और भाव हिंसा दोनों करता है।