निदान शत्रुता से – प्रतिनारायण को,
वैभव देखकर लालसा से – नारायण को।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
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One Response
निदान का तात्पर्य समस्या को हल करना होता है।
अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि निदान शत्रुता से प़तिनारायण को करना है,वैभव देखकर लालसा से होता है वह अधिकार नारायण को होता है। अतः जीवन में धर्म के साथ जुड़कर आत्मविश्वास एवं सकारात्मक सोच के निदान करना आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।
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निदान का तात्पर्य समस्या को हल करना होता है।
अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि निदान शत्रुता से प़तिनारायण को करना है,वैभव देखकर लालसा से होता है वह अधिकार नारायण को होता है। अतः जीवन में धर्म के साथ जुड़कर आत्मविश्वास एवं सकारात्मक सोच के निदान करना आवश्यक है ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।