नियंत्रण
बाह्य नियंत्रण (काय, वचन) होने पर ही अंतरंग (मन) नियंत्रित हो सकता है।
यदि माता-पिता घूमने के शौकीन हों तो बच्चा घर में कैसे रह सकता है ?
मुनि श्री मंगलसागर जी
बाह्य नियंत्रण (काय, वचन) होने पर ही अंतरंग (मन) नियंत्रित हो सकता है।
यदि माता-पिता घूमने के शौकीन हों तो बच्चा घर में कैसे रह सकता है ?
मुनि श्री मंगलसागर जी
One Response
मुनि मंगलसागर महाराज जी ने नियंत्रण को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए बाह्य एवं अंतरंग नियंत्रण रखना परम आवश्यक है।