पूछताछ
ग्वालियर स्टेशन पर एक व्यक्ति Enquiry कर रहा था –
आगरा जाने वाली गाड़ियाँ कितने-कितने बजे है।
फ़िर झाँसी जाने वाली ट्रेनों के बारे में पूछने लगा।
पर तुम्हें जाना आगरा है या झाँसी ?
मुझे तो बस Track Cross करना है।
हम सबकी विडम्बना तो उस व्यक्ति से भी ज्यादा जटिल है –
हमारा Target तो Line Cross करने का भी नहीं है, हम तो जीवनपर्यंत सिर्फ Enquiry ही करते रहते हैं।
चिंतन
One Response
उपरोक्त कथन सत्य है कि लोग जिन्दगी भर पूछताछ करते रहते हैं, लेकिन उनका निश्चित नहीं होता है कि कहां जाना चाहते हैं। अतः जब तक जिन्दगी का लक्ष्य नहीं होगा तब तक पूछताछ करते रहेंगे। अतः अपने कल्याण के लिए निश्चित लक्ष्य होना चाहिए ताकि जीवन का कल्याण हो सकता है।