प्रतिमा और गुणस्थान

5वाँ गुणस्थान पहली या दूसरी प्रतिमा वालों के ?

मुनि श्री उत्तमसागर जी

12 शीलव्रतधारी के ही संयम माना जायेगा ।
पहली प्रतिमा में पाप छूटा है, संयम/व्रत धारण नहीं किये हैं ।

मुनि श्री सुधासागर जी

Share this on...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives
Recent Comments

July 23, 2018

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930