अनंतशक्ति वाले हमारे screw tight नहीं कर पा रहे जबकि छोटा सा मैकेनिक tight कर लेता है, ऐसा क्यों ?
निमित्त नैमित्तिक सम्बन्धों को जानकर ही पुरुषार्थ करने से फल मिलता है। प्रभावादि की सीमा समझकर ही कार्य करने में भलाई होती है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी
Share this on...
One Response
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने प़भाव का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में प़भावादि की सीमा समझकर ही कार्य करने में ही भलाई है!
One Response
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने प़भाव का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में प़भावादि की सीमा समझकर ही कार्य करने में ही भलाई है!