मित्र / दुश्मन
ठंडे देश की एक चिड़िया देश छोड़ न पायी। ठंड में उसके पंख अकड़ गये, ज़मीन पर गिर गयी।
एक गाय ने उसके ऊपर गोबर कर दिया। गरमाहट से उसमें गति आ गयी और वह बोलने लगी। बिल्ली ने सुना गोबर हटाया और उसे खा गयी।
सीख –
1. तुम्हारे ऊपर हर गोबर फेंकने वाला दुश्मन नहीं होता तथा मुसीबत से निकालने वाला मित्र नहीं होता।
2. मुसीबत के समय वचनों पर नियंत्रण रखें।
(अपूर्व श्री)
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अपूर्व श्री जी ने मित्र एवं दुश्मन की परिभाषा बताई गई है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन के कल्याण के लिए मुसीबत में वचनों पर नियंत्रण रखना परम आवश्यक है।