वातवलय

वातवलय* तीन प्रकार…
1) घनोदधि** वातवलय –> जल मिश्रित वायु
2) घन वातवलय –> सघन वायु
3) तनु वातवलय –> सूक्ष्म वायु
* वायु का गोला

आर्यिका श्री पूर्णमति माता जी की संघस्थ माता जी (6 नवम्बर)

** घन(घना, dense) + उदधि(जलाशय, समुद्र, any large water body)

कमल कांत

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One Response

  1. आर्यिका श्री पूर्णमती माता जी ने वातवलय को परिभाषित किया गया है वह पूर्ण सत्य है।

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