विग़ह-गति, विग़ह का अर्थ शरीर है। पूर्व भव के शरीर को छोडकर नवीन शरीर को ग़हण करने के लिए जीव गमन करता है। अपने कर्मो के आधार पर नवीन शरीर ग़हण करता है। Reply
कर्मबंध शरीर के माध्यम से ही होता है। विग्रहगति में औदारिक शरीर तो है नहीं, सो कर्मबंध कार्मण-शरीर के माध्यम से ही होता है Reply
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विग़ह-गति, विग़ह का अर्थ शरीर है। पूर्व भव के शरीर को छोडकर नवीन शरीर को ग़हण करने के लिए जीव गमन करता है। अपने कर्मो के आधार पर नवीन शरीर ग़हण करता है।
Can its meaning be explained in detail, please?
कर्मबंध शरीर के माध्यम से ही होता है।
विग्रहगति में औदारिक शरीर तो है नहीं, सो कर्मबंध कार्मण-शरीर के माध्यम से ही होता है
Okay.