श्वासोच्छवास
यह प्रक्रिया बिना नाक वालों में कैसे होती है ?
श्वासोच्छवास तो एक इन्द्रिय तक के जीवों में भी बतायी है ?
बिना फेंफड़े वाले तो नाक वाले (3 तथा 4 इन्द्रिय) भी होते हैं। अंत समय में श्वांस नहीं Check की जाती, Pulse बंद होने पर मृत्यु घोषित की जाती है।
(इसलिये एक श्वांस में 18 बार जन्म-मरण निगोदिया का Pulse से गिना जाता है)
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
One Response
मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कि श्र्वासोच्छवास एक इन्द़िय तक जीवों में बतायी है । उपरोक्त कथन भी सत्य है कि एक श्र्वास में 18 बार जन्म मरण निगोदिया का पल्स से गिना जाता है।