सम्यग्दर्शन

मंदिर में जरा जरा सी क्रियाओं में सम्यग्दर्शन खंड़ित हो जाता है,
घर/दुकान की बड़ी से बड़ी क्रियाओं से भी नहीं ।
कहीं भी/किसी के सामने भीख मांगते रहते हैं ,
भिखारी भी भिखारी से भीख नहीं मांगता है ।

आ. श्री विनिश्चयसागर जी

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