सम्यग्दृष्टि धर्म में झूठ/बेईमानी नहीं कर सकता, संसार में विपत्ति में कर सकता है।
भगवान/गुरु पर गुस्सा नहीं कर सकता, संसार में रक्षा करने संकल्पी हिंसा कर सकता है।
मुनि श्री सुधासागर जी
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3 Responses
सम्यगद्वष्टि को सम्यग्दर्शन सम्यक्ज्ञान और सम्यग्चारित्र तीनों पर श्रद्वान करना परम आवश्यक है।
अतः मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कि सम्यगद्वष्टि झूठ एवं बेईमानी नहीं कर सकता है, संसार में विपत्ति में कर सकता है। इसके अलावा भगवान् एवं गुरुओं पर गुस्सा नहीं कर सकता है,पर संसार में रक्षा करने संकल्पी हिंसा कर सकता है। अतः जीवन में कल्याण के लिए सम्यगद्वष्टि होना परम आवश्यक है।
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सम्यगद्वष्टि को सम्यग्दर्शन सम्यक्ज्ञान और सम्यग्चारित्र तीनों पर श्रद्वान करना परम आवश्यक है।
अतः मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कि सम्यगद्वष्टि झूठ एवं बेईमानी नहीं कर सकता है, संसार में विपत्ति में कर सकता है। इसके अलावा भगवान् एवं गुरुओं पर गुस्सा नहीं कर सकता है,पर संसार में रक्षा करने संकल्पी हिंसा कर सकता है। अतः जीवन में कल्याण के लिए सम्यगद्वष्टि होना परम आवश्यक है।
संसार में रक्षा करने ‘संकल्पी हिंसा’ hogi ya ‘Virodhi hinsa’ ?
रक्षा करते समय हिंसा तो संकल्प सहित होगी पर कहलायेगी विरोधी।