मुझे कहाँ मालूम था कि …
सुख और उम्र की आपस में बनती नहीं…
कड़ी मेहनत के बाद सुख को घर ले आया..
तो उम्र नाराज़ होकर चली गई…
(सुरेश)
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One Response
जीवन में सुख दुःख तो होता रहता है पूरी उम्र तक।
उपरोक्त कथन सत्य है कि मुझे मालूम नहीं रहता है कि सुख और उम्र की बनती नहीं है। कड़ी मेहनत के बाद सुख को घर लेकर आया, लेकिन उम्र नाराज होकर चली जाती है।
अतः जिसको सुख यानी आत्महित में रुचि हो तो उम्र बीतने के बाद भी, जीवन का कल्याण अवश्य हो सकता है । जिसको कर्म सिद्धांत पर विश्वास होता है, उसे ही सच्चे सुख का अनुभव अवश्य मिलता है।
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जीवन में सुख दुःख तो होता रहता है पूरी उम्र तक।
उपरोक्त कथन सत्य है कि मुझे मालूम नहीं रहता है कि सुख और उम्र की बनती नहीं है। कड़ी मेहनत के बाद सुख को घर लेकर आया, लेकिन उम्र नाराज होकर चली जाती है।
अतः जिसको सुख यानी आत्महित में रुचि हो तो उम्र बीतने के बाद भी, जीवन का कल्याण अवश्य हो सकता है । जिसको कर्म सिद्धांत पर विश्वास होता है, उसे ही सच्चे सुख का अनुभव अवश्य मिलता है।