अरूपी / अमूर्तिक

जल जिस बर्तन में रहता है उसी का आकार ग्रहण कर लेता है, इसका अपना कोई आकार नहीं होता सो अमूर्तिक है।
आत्मा भी ऐसी ही अमूर्तिक है।
पर जल का रंग होता है सो रूपी है, आत्मा का नहीं इसलिये वह अरूपी।

चिंतन

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4 Responses

  1. उपरोक्त कथन सत्य है कि जल जिस वर्तन में रहता है, उसी का आकार ग़हण कर लेता है, इसमें अपना आकार नहीं होता तो अमूर्तिक है! पर जल का रंग होता रुपी है, आत्मा का नहीं इसलिए वह अरुपी है! अतः जीवन के कल्याण के लिए आत्मा का ध्यान रखना चाहिए, वह हर जीव के अन्दर हैं!

    1. जल द्रव्य है, सो रंग भी होगा।
      ज्यादा जल में/ झरने आदि में सफेद रंग दिखता है।

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