आत्मा का मतलब जो यथासंभव ज्ञान दर्शन सुख आदि गुणों से वर्तता या परिणमन करता है। अतः आचार्य श्री का कथन सत्य है कि शब्दों में कुछ नहीं रखा है। जो आत्मा की पहिचान करता है, वही अपना कल्याण कर सकता हैं। Reply
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आत्मा का मतलब जो यथासंभव ज्ञान दर्शन सुख आदि गुणों से वर्तता या परिणमन करता है।
अतः आचार्य श्री का कथन सत्य है कि शब्दों में कुछ नहीं रखा है। जो आत्मा की पहिचान करता है, वही अपना कल्याण कर सकता हैं।