इच्छा / सुख
इच्छाओं के अभाव मात्र से सच्चा सुख नहीं मिलता।
अभाव तो लौमड़ी को भी था, कहती थी….अंगूर खट्टे हैं।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
इच्छाओं के अभाव मात्र से सच्चा सुख नहीं मिलता।
अभाव तो लौमड़ी को भी था, कहती थी….अंगूर खट्टे हैं।
मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
4 Responses
मुनि श्री जी का कथन सत्य है कि इच्छाओं के अभाव मात्र से सच्चा सुख नहीं मिलता है! अभाव तो लोमडी को भी था, जब वह कहती थी कि अगूर कट्टे रहे? अतः जीवन का आनंद के लिए अपनी इच्छोओ पर नियंत्रण करना परम आवश्यक है!
To phir kaise milta hai ? Can this be elaborated please ?
इच्छा निरोध के साथ तत्वज्ञान से।
Okay.