ब्रम्हचर्य धर्म
आत्मा में रमना ही सच्चा ब्रम्हचर्य है ।
प्रवचन पर्व (आ.श्री विद्या सा.जी)
2) बेटे और पति के शरीरों पर हाथ रखने से जब एकसा महसूस हो तब पूर्ण ब्रम्हचर्य मानें ।
गुरुवर मुनि श्री क्षमा सा.जी
आत्मा में रमना ही सच्चा ब्रम्हचर्य है ।
प्रवचन पर्व (आ.श्री विद्या सा.जी)
2) बेटे और पति के शरीरों पर हाथ रखने से जब एकसा महसूस हो तब पूर्ण ब्रम्हचर्य मानें ।
गुरुवर मुनि श्री क्षमा सा.जी
One Response
Suresh chandra jain
Yai kathan sahi hai; yahi dharm apne sabhi dharmon ka saar hai; aatma ki pehchan karke, isi maarg par chalna padega.