उत्तम मार्दव धर्म
यदि आपकी मौजूदगी दूसरों को असहज करती है तो उसका कारण है…मान।
अभिमान…अभी + मान। एक तो मेरी मानो यानी अपनी Identity को खत्म करके, वो भी “अभी” के अभी, जबकि सब अधूरे हैं।
Latin भाषा का एक शब्द है….Persona जिसका अर्थ है मुखौटे, इससे बना Personality. जिनके पीछे दुनिया पागल है।
ब्र.डॉ नीलेश भैया
One Response
ब़हम्चारी भैया ने मार्दव का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है। अतः जीवन में अभिमान एवं अहंकार को छोड़कर विऩमता का भाव होना चाहिए। अंदर से मृदु एवं बाहर से भी मृदु होना चाहिए, अतः किशमिश सरीखा भाव होना चाहिए।