उपसर्ग, साधुओं पर आने वाली विपत्ति या संकट को कहते हैं । अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि उपसर्ग केवलज्ञान से पहले 12 वें गुणस्थान तक ही हो सकते हैं। Reply
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उपसर्ग, साधुओं पर आने वाली विपत्ति या संकट को कहते हैं । अतः उपरोक्त कथन सत्य है कि उपसर्ग केवलज्ञान से पहले 12 वें गुणस्थान तक ही हो सकते हैं।