उपादान मूल्यवान तथा महत्त्वपूर्ण जैसे 4 करोड़ की कार।
निमित्त मूल्यवान ना भी हो पर महत्त्वपूर्ण जैसे 4 रु. का Valve.
मुनि श्री सुधासागर जी
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि उपादान मूल्यमान तथा महत्वपूर्ण जैसे चार करोड़ की कार! निमित्त मूल्यमान न हो पर महत्वपूर्ण जैसे चार रुपये का वाल्व ! अतः महत्वपूर्ण निमित्त भी होता है!
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी का कथन सत्य है कि उपादान मूल्यमान तथा महत्वपूर्ण जैसे चार करोड़ की कार! निमित्त मूल्यमान न हो पर महत्वपूर्ण जैसे चार रुपये का वाल्व ! अतः महत्वपूर्ण निमित्त भी होता है!