समयसार जी में 3 गाथाओं में सोना बनाने की विधि बतायी है, उपादान का महत्व बताने के लिए।
अंत में कह दिया… यदि पुण्य हो तो।
मुनि श्री सुधासागर जी
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4 Responses
मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने उपादान एवं पुण्य का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में पुण्य बढाना आवश्यक है ताकि उपदान की महत्वा रहेगी!
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मुनि श्री सुधासागर महाराज जी ने उपादान एवं पुण्य का उदाहरण दिया गया है वह पूर्ण सत्य है! अतः जीवन में पुण्य बढाना आवश्यक है ताकि उपदान की महत्वा रहेगी!
‘पुण्य’ yahan par ‘निमित्त’ ka kaam karta hai ?
पुण्य को निमित्त या बैकग्राउंड कह सकते हैं
Okay.