रमजान में “राम” तथा दीवाली में “अली” आता है ।
त्योहारों में भेद नहीं,
हममें क्यों ?
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भारतवर्ष में अनेक धर्म होते हैं लेकिन सभी की अलग अलग क़ियाये होती है लेकिन भारतीय मानता है वही एकता का प्रतीक है। जैन धर्म में भी पूजा पाठ की अलग अलग क़ियाये है लेकिन सभी अपने को जैन कहते हैं वही एकता का प्रतीक है।हम लोग जो भेद रखतें हैं,इसी कारण एकता नहीं रहतीं हैं। अतः जीवन में त्योहारों में भेद नहीं रखना चाहिए ताकि एकता बनीं रह सकतीं हैं।
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भारतवर्ष में अनेक धर्म होते हैं लेकिन सभी की अलग अलग क़ियाये होती है लेकिन भारतीय मानता है वही एकता का प्रतीक है। जैन धर्म में भी पूजा पाठ की अलग अलग क़ियाये है लेकिन सभी अपने को जैन कहते हैं वही एकता का प्रतीक है।हम लोग जो भेद रखतें हैं,इसी कारण एकता नहीं रहतीं हैं। अतः जीवन में त्योहारों में भेद नहीं रखना चाहिए ताकि एकता बनीं रह सकतीं हैं।