कर्त्तव्य / दायित्व
कर्त्तव्य – सबका/सब पर,
दायित्व – कुछ का/कुछ पर ।
(कर्त्तव्य में प्राय: कर्त्ता भाव आ जाता है)
आचार्य श्री विद्यासागर जी
कर्त्तव्य – सबका/सब पर,
दायित्व – कुछ का/कुछ पर ।
(कर्त्तव्य में प्राय: कर्त्ता भाव आ जाता है)
आचार्य श्री विद्यासागर जी
4 Responses
कर्त्तव्य एवं दायित्व दोनों का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। उपरोक्त कथन सत्य है कि कर्त्तव्य सबका एवं सब पर जबकि दायित्व कुछ का एवं कुछ पर।जीवन में कर्त्तव्य का निर्वाह हर मनुष्य को करना चाहिए। दायित्व का निभाना हर मनुष्य का नहीं है, लेकिन जो उसको निभा सकें,उसको ही दायित्व देना चाहिए।
Can the post be clarified, please ?
दायित्व मुझ पर मेरे परिवार का भरण-पोषण, इसमें कर्ता भाव आने की संभावना नहीं रहती।
पर कर्तव्य सबका सब पर तो मैं ही क्यों करूं ? और यदि कर रहा हूँ तो कर्ता भाव आने की संभावना है।
Okay.