काम / वेद

“काम” का ध्यान करने से “काम” बढ़ता है।
“वेद” का ध्यान करने से धर्मध्यान बढ़ता है, “काम” शांत होता है, संस्कार भी कम होते हैं।

मुनि श्री प्रणम्यसागर जी

Share this on...

7 Responses

  1. मुनि महाराज जी का कथन सत्य है कि काम का ध्यान करने से काम बढता है, जबकि वेद का ध्यान करने पर धर्म ध्यान बढता है, इससे काम शान्त होता है! अतः जीवन के कल्याण के लिए काम की जगह वेद का ध्यान करना परम आवश्यक है!

    1. जब वेद का चिंतन करोगे तब धर्म ध्यान शुरू हो गया, उससे काम पर से ध्यान हटेगा न !

  2. Yahan par ‘काम’, ‘Sansaar’ ko aur ‘वेद’, ‘Dharm’ ko represent kar raha hai, na ?

  3. 1) Yahan par ‘काम’, ‘Sansaar’ ko aur ‘वेद’, ‘Dharm’ ko represent kar raha hai, na ?
    2) Kis ke संस्कार कम होते हैं ?

  4. 1) संसार बढ़ाने वाले काम।
    पुरुष आदि वेद का चिंतन करोगे तब संसार बढ़ाने वाले काम कम होंगे न !
    2) वेदों के चिंतवन यानी जिन वचनों से।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This question is for testing whether you are a human visitor and to prevent automated spam submissions. *Captcha loading...

Archives

Archives
Recent Comments

December 7, 2022

December 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031